दौर कुछ यूँ आया
दौर कुछ यूँ आया पशुओ को कैद कर जो मनुष्यों ने था कब्जा जमाया , अब उसी मनुष्य जाति को नियति ने!-->!-->!-->!-->!-->…
दौर कुछ यूँ आया पशुओ को कैद कर जो मनुष्यों ने था कब्जा जमाया , अब उसी मनुष्य जाति को नियति ने!-->!-->!-->!-->!-->…
प्रार्थना - आए सद्बुद्धि… सन्यासी "साधु",है देश का जादू । !-->!-->!-->…
युवा का अब आगाज हो युवा का अब आगाज हो,एक नया अन्दाज़ हो,सिंह की आवाज हो,हर युवा जांबाज़ हो। !-->!-->!-->!-->!-->…
।। समझ बैठे ।। तेरी सारी ख्वाहिशों को , हम हमारी रहमत समझ बैठे। तेरी होंठो की मुसकुराहट को , !-->!-->!-->!-->!-->!-->!-->!-->…
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