कहानीलेख

कथनी और करनी

मोहिनी देवी की ख्याति शहर में समाज सुधारक, कन्या भू्रण हत्या की प्रबल विरोधी तथा धार्मिक महिला के रुप में थी।
शहर में दुर्गा पूजा पर्व मनाया जा रहा था। सुबह सुबह उन्होंनें लान में

चाय पीते हुये अपने दैनिक कार्यक्रमों की डायरी देखी।
1.    प्रातः झुग्गी झोपडी बस्ती में प्रातः 10.00 बजे कन्या भोजन करवाना।
2.    दोपहर 2.00 बजे ‘‘ कन्या भ्रूण हत्या एक समाजिक अपराध’’ विषय पर आयोजित गोष्टी को संबोंधित करना।
3.    सायॅ 5.00 बजे छोटी बहू को लेकर सोनाग्राफी सेंटर जाकर—– करवाना।
           रात्रि को उन्होंने अपनी डायरी कुछ इस तरह लिखी। पहिले  दोनों कार्यक्रमों को शहर के प्रबुद्ध वर्ग औेर मीडिया से बहुत सराहना मिली, लेकिन तीसरे कार्यक्रम की —-?

Related Posts

error: Content is protected !!