चलो कुछ बातें करते हैं

चलो कुछ बातें करते हैं

चलो कुछ बातें करते हैं….
चलो कुछ बातें करते हैं….

छोटी सी दुनिया, ख्वाब छोटे हमारे
छोटे से मीठे से किस्से हमारे
छोटी सी मुस्कान धरते हैं…
चलो कुछ बातें करते हैं…..

छोटा है जीवन पर बड़े इरादे
दूरी है ज्यादा पर झूठे न वादे
अच्छी सी शुरुआत करते हैं…
चलो कुछ बातें करते हैं….

सीधा है रिश्ता पर उलझे हैं नाते
सुलझे से इंसा की उलझी हैं बातें
इनपे ही हम जीते मरते हैं….
चलो कुछ बातें करते हैं….

© शुभम शर्मा ‘शंख्यधार’

poemकविता