ज़िंदगी – कविता अभिनव कुमार
ज़िंदगी ज़िंदगी एक बोझ है,आज के इंसान की यही खोज है । अरे ज़िंदगी तो एक बहार है,जीना आए तो प्यार, नहीं तो पहाड़ है । ज़िंदगी तो एक गीत है,उसे जीना ही एक जीत है । जो इसे ना जी सके, उसपर धिक्कार है,डर – डरकर जो जीता है, उसकी ज़िंदगी का क्या आधार […]