संगीत‌ मे ईश्वर

वो जो खुमार है,वो बेसुमार है‌
‌‌‌‌‌‌‌ वो दिल की दिवारों पर सवार है,


वो जो सवार है,वो घुड़सवार है
सूनो ,इसे तो घोड़े से ही प्यार है,


वो जो प्यार है,वो ही एतबार है
सुनो ,वही तो प्रमुख गीतकार है,


वो जो गीत है,वो ही स़गीत‌ है
देखो,वही तो असल संगीतकार है,


वो जो संगीत‌ है,वो ही मीत है
देखो,वही तो असली प्रेम-ए-रात है,


वो‌‌ जो रात है, वो ही राज की बात है
‌‌‌‌‌‌ सूनो,वही आगे बढाने का सरोकार है

कविता