!! तू कहे !!

!! तू कहे !!

तू कहे तो तेरे पल्लू का आंचल चुरा लू ,
तू कहे तो तेरे नयनो काजल चुरा लू ,
तू कहे तो तेरे कानो से बाली चुरा लू ,
तू कहे तो तेरे होठों से लाली चुरा लू !!

तू कहे तो मैं बारिश रुका दू,
तू कहे तो मैं बिजली गिरा दू,
मान लो मेरी बात, करलो मुझपर यकीन
तू कहे तो मैं एक बार दिया बुझा दू !!

शशिधर तिवारी “राजकुमार”

poemकविताप्रेम पर कविता