अज़य कीर्ति छद्म रचनाएँ – 15
सत् का वरण जरूरी हैकल न हो,किसी सीता का हरणकल न जन्मे कोई रावणबुराई का मरण जरूरी है अज़य महिया तितलियों को फूलों से इश्क करते देखा हैचंचल मन को आसमां पर उङते देखा हैराह सही,पक्की हो तो मंजिल मिल जाती हैगलत राहों पर जाने वालों को भटकते देखा है अज़य महिया कही गिरा हो […]