दीपावली के सही मायने…
दीपों का त्योहार,
सजा हर घर द्वार,
सत्य की असत्य पर,
हुई जीत आखिरकार ।
हुआ तम का अंत,
आए अवध में संत,
हुई नई शुरुआत,
ख़त्म लंबा द्वंद ।
चारों तरफ़ प्रकाश,
हर दिल में आस,
झूम उठी धरती,
भाव विभोर आकाश ।
सीख देती है रामायण,
हो तप और समर्पण,
कर्तव्य सबसे पहले,
ख़ुद से पहले सब जन ।
राम को ना केवल मानें,
अपितु राम की भी मानें,
स्वार्थ को हम भगाकर,
परमार्थ को शीर्ष जानें ।