युद्ध हो रहा है
युद्ध हो रहा है
सूरत-ए-हाल दुनिया का ये क्या हो रहा है लौमड़ भर रहा तिजोरी और जोकर रो रहा है जंग-ए -वतन में आम आदमी पिस रहा है अहम के सिलबट्टे पर राजा सेना को घिस रहा है जो था कल तक महापंच सबका वही आज घर-घर जाकर जूते घिस रहा है किस!-->!-->!-->…