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इन आदतों को खुद से करें अलविदा

आदतें बदलना थोड़ा मुश्किल अवश्य होता है लेकिन नामुमकिन नहीं होता। लोगों में कुछ आदतें ऐसी होती हैं जिनकी वजह से आपसी संबंध और सामाजिक संबंध खराब होने लगते हैं। इसीलिए खुद के अंदर छुपी ऐसी आदतों को दूर करने का प्रयास करना चाहिए। चलिए जानते हैं ऐसी आदतों के बारे में जिन्हें खुद से अलविदा करना ही अच्छा होगा।

इन आदतों को खुद से करें अलविदा।

घर, ऑफिस या कॉलेज में आपके आसपास कोई ना कोई ऐसा होता है जिसकी आदतें आपको पसंद नहीं आती और आप उससे बात करना पसंद नहीं करते। ऐसी ही कुछ आदतें आपके अंदर भी होंगी जो दूसरे लोगों को पसंद नहीं आती होंगी। आदतें बदलना थोड़ा मुश्किल अवश्य होता है लेकिन नामुमकिन नहीं होता। लोगों में कुछ आदतें ऐसी होती हैं जिनकी वजह से आपसी संबंध और सामाजिक संबंध खराब होने लगते हैं। इसीलिए खुद के अंदर छुपी ऐसी आदतों को दूर करने का प्रयास करना चाहिए। चलिए जानते हैं ऐसी आदतों के बारे में जिन्हें खुद से अलविदा करना ही अच्छा होगा।

1- वक़्त की क़दर ना करना-: कुछ लोगों के अंदर बहुत बुरी आदत होती है कि वह वक्त के पाबंद नहीं होते और कभी भी कहीं भी समय पर नहीं पहुंचते, ऐसे लोगों का प्रत्येक काम देरी से होता है और उनकी आदत दूसरों के लिए भी परेशानी का कारण बनती है। इस तरह की आदत से पर्सनल और प्रोफेशनल दोनों तरह के रिश्ते खराब होने लगते हैं। इसीलिए आपके अंदर अगर ऐसी आदत है तो उसे तुरंत बदल डालिए।

2- इधर की उधर करना-: बहुत से लोगों में ताक-झांक करने की या इधर की बातें उधर और उधर की बातें इधर करने की आदत होती है लेकिन यह एक खराब आदत है, ऐसी आदत जिस व्यक्ति के अंदर होती है उस पर कोई भरोसा नहीं करता और ऐसे व्यक्ति से कोई भी अपनी पर्सनल बातें शेयर नहीं करना चाहता। यहां तक की उस व्यक्ति को किसी से सम्मान प्राप्त नहीं होता और लोग हमेशा ऐसे व्यक्ति को संदेहास्पद नजर से ही देखते हैं।

3- तांक झांक करना-: प्रत्येक व्यक्ति की अपनी पर्सनल लाइफ होती है इसीलिए रिश्तो में दूसरों की निजिता का ध्यान रखते हुए उन्हें थोड़ा स्पेस देना बहुत जरुरी होता है। जरूरी नहीं है कि आपको हर बात पता चलें कुछ लोग दूसरों के साथ अपनी कुछ बातों को शेयर नहीं करना चाहते तो ऐसे में बेवजह सवाल पूछ कर उस व्यक्ति की निजता को भंग ना करें, जो बातें आप से सामने वाला व्यक्ति शेयर करना चाहता है उन्हें ध्यान पूर्वक सुने और उतना ही पूछे जितनी जरूरत हो या ऐसी बातों ही पूछे हैं जिससे कि उस व्यक्ति को बुरा ना लगे।

4- बिना मांगे सलाह देना-: आपके आसपास ऐसे लोग अवश्य होंगे जो बिना मांगे ही सही सलाह देने लगते हैं, भले ही सामने वाले व्यक्ति को उस व्यक्ति की सलाह की कोई जरूरत नहीं हैं। हां कभी कभी ऐसा चल जाता है कि जब सामने वाला व्यक्ति किसी बात को लेकर परेशान है और उसे उसका समाधान नहीं मिल रहा रहा है तो आप के पास अगर उस व्यक्ति को इस समस्या से निकालने का कोई रास्ता है तो आप उसे बता सकते हैं, वह भी इस प्रकार कि उसे अपने ऊपर कोई दबाव महसूस ना हो। जब लोग ज्यादा और मुफ्त में सलाह देने लगते हैं तो लोग उस व्यक्ति से दूरी बनाने की कोशिश करने लगते हैं। इसीलिए ऐसी आदतों को तुरंत बदल दीजिए।

5- ब्लेम करना-: दूसरे व्यक्ति में बात बात पर कमी निकालना और हर गलत काम के लिए उसे ही ब्लेम करना अच्छी आदत नहीं होती, ऐसे लोग अच्छे कार्यों का क्रेडिट तो खुद लेना चाहते हैं और मामूली सी चूक होने पर भी सारा दोष दूसरों पर डाल कर खुद को अलग करने का प्रयास करते हैं। कुछ समय तक लोग अपनी सभ्यता दिखाते हुए यह बर्दाश्त कर भी लेते हैं परंतु एक समय के बाद लोग ऐसे व्यक्ति से चिढ़ने लगते हैं। इसीलिए दूसरों पर ब्लेम करना छोड़ कर अगर आप से कोई गलती हुई है तो उसे स्वीकार करने में कोई बुराई नहीं है बल्कि यह आदत आपको दूसरों की नजरों में अवश्य ही एक अच्छा इंसान बना देगी।

6- मजाक उड़ाना-: हंसी मजाक हर रिश्ते में चलती है लेकिन किसी बात को लेकर व्यंग करना बहुत बुरी बात होती है। हंसी मजाक रिश्ते में गर्मजोशी पैदा करती है लेकिन व्यंग दूसरे व्यक्ति के दिल को ठेस पहुंच जाते हैं। मजाक और व्यंग में अंतर समझ कर ही हंसी मजाक करना चाहिए जिससे दूसरे व्यक्ति की भावनाएं आहत ना हो।

7- अपनी तारीफ करना-: कुछ लोगों का नेचर होता है कि वह खुद को कुछ ज्यादा ही पसंद करते हैं यानि उन्हें अपने अंदर कमी होने पर भी दिखाई नहीं देती और वह अपनी कमियों को मानने के लिए भी तैयार नहीं होते और हर जगह शुरू हो जाते हैं अपनी तारीफ करने। ऐसे लोग सामने वाले व्यक्ति के गुणों को अनदेखा करके केवल अपने गुणों का बखान करते हैं। अगर सामने वाला व्यक्ति शिष्टाचार पूर्वक आपकी बातें सुन रहा है तो उसे भी बोलने का मौका दें, वरना लोगों में आपकी एक अलग ही छवि बन जाएगी।

अपने विचारों तथा अभिव्यक्तियों से दुनिया को अवगत कराने का सबसे अच्छा माध्यम है लेखन। लेखन में वह शक्ति होती है जो किसी को भी मात दे सकती है। एक लेखक में वह कला होती है, जो अपनी लेखनी से लोगों के दिलों पर राज कर सकता है। आज हम जिस लेखिका से आप का परिचय…

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