कवितादेश

मेरे पास सयाने मोदी हैं

मेरे पास सयाने मोदी हैं

घुटनों पर तुझको ला दिया,
अच्छे से तुझको झुका दिया,
क्या समझता था तू मुझे !
तुझको आईना दिखा दिया ।

आगे से सोचना लाखों बार,
आतंक करोगे तो खाओगे मार,
आज ऐलान कर दिया मैंने,
आतंक मतलब युद्ध waar ।

तेरे कारतूस खिलौने थे,
थे वो बस दिखाने के,
चीन, तुर्की को वापस देदे,
वो मेरे आगे बोने थे ।

अच्छी तरह तुझे पीटा है,
सर हो गया तेरा नीचा है,
सारा विश्व तुझे थू थू कर रहा,
अपनी और ध्यान मैंने खींचा है ।

घर में घुसकर तुझे मारा है,
तीन दिन में ही तू हारा है,
मुंह की खाई हरदम तूने,
कि दोष ही तेरा सारा है ।

सेना पर मुझको गर्व है,
आज मन रहा जैसे पर्व है,
अभी तो ये सिर्फ ट्रेलर था,
ले पंगा, पिक्चर कन्फ़र्म है ।

तेरी ही अपील थी,
सीज़ फ़ायर की तुझको भीख दी,
बख़्श दिया तुझे आज फिर मैंने,
नहीं तो उतरती क़मीज़ थी ।

कब तू फिर पलट जाए !
धोखा फ़िर से कर जाए,
तेरी फ़ितरत जानता हूँ मैंने,
रख दी शर्तें, कि अब ना मुकर पाए ।

कोई कसर इस बार ना छोड़ी,
तेरी धरती मैंने खुलकर रौंदी,
तेरे पास शहबाज़, मुनीर मूर्ख,
मेरे पास है सयाना मोदी ।

नया भारत, अडिग भारत 🇮🇳 ✍🏼
Proud of You – Modi Ji and Indian Army – Jai Hind

अभिनव कुमार एक साधारण छवि वाले व्यक्ति हैं । वे विधायी कानून में स्नातक हैं और कंपनी सचिव हैं । अपने व्यस्त जीवन में से कुछ समय निकालकर उन्हें कविताएं लिखने का शौक है या यूं कहें कि जुनून सा है ! सबसे महत्वपूर्ण बात ये है कि वे इससे तनाव मुक्त महसूस करते…

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