बात है जब तक
बात है जब तक काम है जब तकमुलाकात है तब तक। गीत है जब तकसंगीत है तब तक। इंसान है जब तकईमानदारी है तब…
बात है जब तक काम है जब तकमुलाकात है तब तक। गीत है जब तकसंगीत है तब तक। इंसान है जब तकईमानदारी है तब…
उसका आख़िर था क्या कसूर ? बड़ी अजब कहानी है,पग पग पे बेईमानी है,रिया है, पिठानी है,माहिर है, सयानी है…
अंतर ज़मीन आसमान का एक सोया रहा दो महीने,दूजे ने कसी कमर दो दिन में । एक ने किया बस वक़्त बर्बाद,दूजे…
सुशांत की आत्मकथा किसपर करूं विश्वास ?किसपे रखूं आस ? दोस्त ने दगा दिया,दिलरुबा ने ख़ून पिया । दोनों…
आज़ादी की आपबीती 'आज़ादी' अब ७३ की हो गई,अपनों की राह तकते हुए थककर सो गई,माना थोड़ी सी…
आऊंगा फ़िर, पाप करने ख़तम … है माखन चोर,मेरा नन्द किशोर,जैसे नाचे मोर,उसका ही दौर । नटखट हैं…
|| तुम ही आधार हो ||तुमसे प्रीत की ये रीत है नयी …
सुन्दर चरित्र की कल्पना, …
मैं एक हिन्दू हूँ, मैं एक हिन्दू हूँ,रावी हूँ और सिंधू हूँ,महत्वपूर्ण एक बिन्दु हूँ,दे चांदनी, वो…
फ़िर आए राम … अपने अवध में,फिर आए राम,,इस कलयुग में,घर आए राम । पाप ख़त्म करने,फ़िर आए राम,,ज़ख़्मों को…
राम राज्य,बजें ढोल नगाड़े,दुर्जन हैँ हारे,हैं राम सहारे । नस नस में राम,बसे हर कण राम,है चारों…
सुशांत का दुखांत हूं मैं निशब्द,बिल्कुल ही स्तब्ध,जब चला पता,सुन्न, स्थिर, हूं हिला । होए ना…
अन्याय पे लगाम लगाएं … जब मैं रोता हूँ,तब तू हंसता है,मैं आंखें भिगोता हूँ,तू साज़िश रचता है । जब मैं…
राखी - उम्मीदों की बैसाखी … राखी,स्नेह प्रेम की झांकी,चाहे वैद्य या ख़ाकी,चेहरे पे रौनक मां की । भाई…
दोस्ती - तेरी मेरी गोष्ठी … दोस्ती,अक्सर है मुझसे पूछती,कानों में मेरे गूंजती,पहेलियाँ ये मुझसे…
ग़म-ए-शायरी दिल-ए-दर्द को शब्दों मे बयां कर दूंगा आंखों के आंसूओं को पन्नों पर लिख दूंगामै पाप,मद…
कविता-मौत की दस्तक मै जीवन की आशाओं में खोया थामै ज़ीवन की निराशाओं मे रोया थामै उस मौत-ए-महबूबा को…
आज़ादी की क़ीमत अगस्त का मास,आती है याद,शूरवीरों की,तप की तस्वीरों की । जागता है जज़्बा,तैयार शहर…
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