कविता

प्यार की बात

प्यार की बात

बस एक बार तुम्हारे करीब आकर।
तुम्हारी नज़रों से ये नजरें मिलाकर।

तुम्हारे चाँद से चेहरे का दीदार कर।
तुम्हारी रेशमी जुल्फों को सवांर कर।

तुम्हारे हाथों को अपने हाथ में लेकर।
हर दिन तुमको अपने साथ में लेकर।

तुम्हारे साथ कुछ देर पैदल चलते हुए।
खुले आसमान के नीचे टहलते हुए।

आँखों से तुमको सारी बात बताकर।
तुम पर दिल से अपना हक जताकर।

दिल में दबे प्यार को दिखाना चाहता हूँ।
दिलों में हैं जो दूरियां मिटाना चाहता हूँ।

बस मैं तुम्हारा साथ निभाना चाहता हूँ।
तुम मेरे लिए क्या हो बताना चाहता हूँ।

मेरा नाम संदीप कुमार है। मेरी उम्र 34 वर्ष है। मैं उत्तराखंड के नैनीताल में रहता हूँ। कुमाऊँ यूनिवर्सिटी से स्नाकोत्तर किया है। वर्तमान में पत्रकारिता कर रहा हूँ। शायरी, कविता, व्यंग, गज़ल व कहानियां लिखने का बहुत शौक है। इसलिए अपनी सरल बोलचाल की भाषा में…

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