दोस्ती – तेरी मेरी गोष्ठी …
दोस्ती - तेरी मेरी गोष्ठी … दोस्ती,अक्सर है मुझसे पूछती,कानों में मेरे गूंजती,पहेलियाँ ये मुझसे!-->!-->!-->…
दोस्ती - तेरी मेरी गोष्ठी … दोस्ती,अक्सर है मुझसे पूछती,कानों में मेरे गूंजती,पहेलियाँ ये मुझसे!-->!-->!-->…
ईद ईद,मधुर संगीत,भाई चारे का प्रतीक,सौहार्द की उम्मीद । संगम व्यास व सिंध,एकता की ईंट,अहिंसा की!-->!-->!-->!-->!-->…
आज़ादी की क़ीमत अगस्त का मास,आती है याद,शूरवीरों की,तप की तस्वीरों की । जागता है जज़्बा,तैयार शहर!-->!-->!-->!-->!-->…
रफ़ाल - बेमिसाल रफ़ाल,तूफानी चाल,दुश्मन बेहाल,जी का जंजाल । करे तेज़ प्रहार,माने नहीं हार,बेहद!-->!-->!-->!-->!-->…
मेरा सैनिक, मेरी जीत … आज कारगिल दिवस,हूँ मैं नतमस्तक,दुश्मन हो जब तक,मेरा वीर सजग । इसकी!-->!-->!-->!-->!-->…
बड़े बरगद के जैसे ये पेड़,रक्षक हैं जैसे कि शेर,तम को करें बिल्कुल ही ढेर,ये जल्दी, मैं हूँ बस देर!-->!-->!-->…
वास्तव में बड़े बनें… घर के जो हों बड़े,आपस में गर ये लड़ें,ज़िद पे ओर जाएं अड़े,फ़िर क्या बड़े, फ़िर!-->!-->!-->…
मज़दूर नहीं, वो है मजबूर मज़दूर यानि श्रमिक,परिश्रम का प्रतीक,मेहनत का वैज्ञानिक,अनथक दौड़ता जीव । !-->!-->!-->!-->!-->…
ज़िंदगी ज़िंदगी एक बोझ है,आज के इंसान की यही खोज है । अरे ज़िंदगी तो एक बहार है,जीना आए तो प्यार,!-->!-->!-->!-->!-->…
कर्मवीर कर्मवीर,यानि कर्मशील,कर्मठता पुरुषार्थ सहित,हिन्द हुआ इनपर गर्वित । (४) ये!-->!-->!-->!-->!-->…
ऋषि जी की फिल्में…बसती हर दिल में… जितनी करी उन्होंने फिल्में,सारी उड़ेली इस रचना में । फिल्मों!-->!-->!-->!-->!-->…
ये ५६ इंच का सीना है ये ५६ इंच का सीना है, कोई ऐसी वैसी ढाल नहीं…ये मोदी जी का पसीना है, मेहनत की!-->!-->!-->…
कहूँ ऋषि कपूर,या कोहिनूरदोनों समरूप,बेहद ही खूब । 4 किया नाम सार्थक,तप था अंत तक,सब अपने बलबूते!-->!-->!-->…
एकांत जाने कैसे लोग रहते हैं भीड़ में,हमें तो तन्हाई पसंद आई है । अकेले बैठ के अपने आप से बातें!-->!-->!-->!-->!-->…
क्या करूं, क्या ना करूं ? मैं हूं मजबूर, हूं खुशी से दूर, लगी किसकी नज़र ? मेरा क्या कसूर ?!-->!-->!-->!-->!-->!-->!-->!-->!-->…
शिकारा चलचित्र शिकारा,है पानी खारा,किस और इशारा ?निर्देशक द्वारा ! जो दर्द था सारा,उसे कहां!-->!-->!-->!-->!-->…
इरफ़ान ख़ान, हर दिल की जान इरफ़ान ख़ान,हर दिल की जान,एक अलग पहचान,एक अलग पहचान । ४ १९६७ में जन्में!-->!-->!-->!-->!-->…
मेरी ही ख़ातिर सिर्फ़ मेरी ख़ातिर ,ये सब हैं हाज़िर,ये हिन्द के नायक,कुछ करें ना ज़ाहिर । 4 बिन खुद!-->!-->!-->!-->!-->…
मैं आपका कश्मीर :- आज मैं आज़ाद हूं ३७० की बेड़ियों से,आज मैं आज़ाद हूं अलगाववादी भेड़ियों से… !-->!-->!-->!-->!-->…
कविता की लंबाई… पे मत जा भाई … कविता जब शुरू करता हूं लिखनी,कोशिश कि बन पड़े तालाब जितनी । आरंभ!-->!-->!-->!-->!-->…
जब तू आएगी फिर से मेरे दिल-ए-द्वार पर,कसम से दरवाज़े बंद मिलेंगे अज़य महिया !-->!-->!-->!-->!-->!-->!-->!-->…
मैं एक हिन्दू हूं पहले मैं किन्तु परंतु था,अब मगर केंद्र बिंदु हूं,गर्व से कहता हूं!-->!-->!-->…
देखो शेर आ गया….. सौगंध अपनी पूरी करने,देखो शेर आ गया ।राम जी को अवध लेके,अपना शेर आ!-->!-->!-->…
अग़र मै और तुम एक हो जाएं, जग की सारी खुशी मुझे मिल जाए | होंगे एक तो लहरें!-->!-->!-->!-->!-->…
उनसे ही रोशन ये दिल है मैं रात रात भर रोता हूं,खुद रोते रोते सोता हूं,कोई पूछने भी ना!-->!-->!-->…
पता नहीं क्या दिक्कत है ?घृणा मुझसे १०० प्रतिशत है ।तभी तो कहते हो,बेइज़्ज़ती उसी की!-->!-->…
क्यों घर यूं ही लौटते हो काकाकुछ दीये हम भी ले लेंगेक्यों खामोश बैठे हो काकाथोड़ा सा!-->…
जो देश की बात करे उसके हम साथ चले जो देश की बात करेउसके हम साथ चलेबनाना है नए भारत कोआओ!-->!-->!-->…
मुझे किताबों ने क्या सीखाया और क्या सीखा रही हैं, मैं ब्यां नहीं कर सकता,यदि जानना चाहते!-->!-->…
शब-ए-घोर अंधियारे में ,आज करूणा-कंठ भरे हैंकठोर हृदय मृदुल हुआ,सब आँखों में नीर झरे हैदशा!-->…
काश आ जाएं फ़िर भगत सिंह काश आ जाएं फ़िर भगत सिंह,काश दहाड़े वो साहसी सिंह,भारत का होवे!-->!-->!-->…
एक ऐसी शक्ति,करे विश्व भक्ति ।एक ऐसा विश्वास,जगाए सदैव आस । एक ऐसा संकल्प,दृढ़ता बस!-->!-->!-->…
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